भारत माँ
भारत माँ के संतान हम सभी,
भारत माँ के गुणगान गाएंगे।
ऋषियो- मुनियों का देश हमारा,
कण कण में भगवान बसे है।
कितने सारे धर्मों से मिलकर,
पूरे विश्व में शान्तिदूत बनकर रचे बचे हैं।
भारत माँ के संतान हम सभी,
भारत माँ के गुणगान गाएंगे।
गौरव गाथा सुनकर दिल प्रफुल्लित हो जाता,
अपने अस्तित्व के खातिर सरहद पर लड़ते हुए सैनिक बलिदान हो जाता।
गद्दारों को नेस्त्नाबूद करके,
हमारा सर गर्व से उच्चा हो जाता।
भारत माँ के संतान हम सभी,
भारत माँ के गुणगान गाएंगे।
गीता, महाभारत, रामायण की कर्मभूमि है,
तभी तो हर धर्मो का रखवाला भारत माँ सबकी जन्मभूमि है।
पवित्र नदियाँ यही से बहती है,
गंगा, यमुना, सरस्वती, गोदावरी, कावेरी की यही तो मातृ-जननी है।
भारत माँ के संतान हम सभी,
भारत माँ के गुणगान गाएंगे।
अपनी अभिव्यक्ति से भारत माँ के,
हम सब मिलकर संबल आधार बन जाएंगे।
दुश्मनों को रखेंगे दूर सबसे,
देश हित में अब जरूर कुछ कर जाएंगे।
भारत माँ के संतान हम सभी,
भारत माँ के गुणगान गाएंगे।
©Bishakha Kumari Saxena
Insta:@bishakhakumarisaxena
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