दूँ क्या
हुआ है तुमसे मुझे प्यार सबको बता दूँ क्या,
तुम कहो तो थोड़ा प्यार आज ही जता दूँ क्या,
आँखों में काजल,बालों में गजरा लगा दूँ क्या,
कानों में झुमके, पैरों में पायल पहना दूँ क्या,
तुम्हारी इस माँग में तारे सज़ा दूँ क्या,
गले में मंगलसूत्र, हाथों में चूड़िया पहना दूँ क्या,
तुम्हें तुम्हारी पसंद की साड़ी अभी दिला दूँ क्या,
तुम बताओ, तुम्हारा मन हो तो सारा शहर घुमा दूँ क्या,
तुमको अपनी अर्धांगिनी, माँ की पुत्र वधू बना दूँ क्या,
तुमपर सारी दुनियाँ की खुशियाँ एक दिन में ही लूटा दूँ क्या,
अपना एक खुबसूरत आशियाना बना फूलों सा मेहका दूँ क्या,
अपने हाथों से कुछ अच्छा बनाकर तुम्हें खिला दूँ क्या
चलो ज़रा अब कमरे में बतिया बूझा दूँ क्या,
आज की इस रात को सुहागरात बना दूँ क्या,
तुम्हारे चेहरे पर ये नूर और बढ़ा दूँ क्या,
होठों पर ये मुस्कान और निखार दूँ क्या
झोली जऱा आगे करो दो बच्चे आँगन में खिला दूँ क्या,
तुमको मम्मी खुदको पापा बना दूँ क्या॥
©Shivam Kumar
@Shivam.1076
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